राजधानी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व
देहरादून
राजधानी व आसपास के क्षेत्रों में महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पर्व पर लोगों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की तथा व्रत रखा। वहीं गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर मंदिर में मध्य रात्रि से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। आज राजधानी के अनेक मंदिरांे में मध्य रात्रि से सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। टपकेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुुओं की दो वर्ष बाद रिकार्ड तोड़ भारी भीड़ देखी गई। मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए लंबी कतार लगी रही। वहीं पुलिस का भी खासा इंतजाम किया गया था। इस अवसर पर पुलिस के उच्च अधिकारी सुरक्षा पर नजर गढ़ाये हुए दिखाई दिये। महाशिवरात्रि के दृष्टिगत नगर के विभिन्न शिवालियों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। मध्य रात्रि से ही श्रद्धालुओं का तांता विभिन्न शिवालियों में लगने लगा और सर्वाधिक रिकार्ड तोड़ भीड़ प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर में रही। इस अवसर पर महाशिवरात्रि पर्व पर दूनघाटी शिवमयी हो गयी। श्रद्धालुआंे ने टपकेश्वर में जलाभिषेक करते हुए पूजा-अर्चना की। टपकेश्वर महादेव मंदिर में आधी रात से ही लोगों का तांता लगना शुरू हो गया था। राजधानी के अनेक मंदिरों पर सुबह से ही भक्तगणों ने मंदिरों में पहंुचकर जलाभिषेक करते हुए वातावरण को शिवमय बना डाला। दून नगरी देर रात से ही पूरी तरह भक्तिरस में डूब गई। वहीं शिवालयों में विशेष श्रृंगार कार्यक्रम भी देर रात तक जारी रहा। रात 12 बजते ही श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर अपनी मनोकामनाओं के लिए प्रार्थना की। मंदिरों में भक्तगणों की लंबी कतारें देर रात से ही लगनी शुरू हो गयी थी जो आज प्रातः तक जारी रही। वहीं मंदिरों में उमडी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा की दृष्टि से कई स्थानों पर तैनात रहा। वहीं कुठालगेट स्थित शिव मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा जहां भोले बाबा के श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। इस अवसर पर पर्व के चलते हुए वहीं बिन्दाल पुल के पास महाशिवरात्रि पर्व पर विशेष कार्यक्रम शिव पार्वती के विवाह का नृत्य नाटिका के माध्यम से आयोजन किया गया।