शहीद भगत सिंह बिग्रेड ने छत्रपति शिवाजी को याद किया
रुड़की
संस्था अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी के योगदान को देश भूल रहा है, यह हमारे लिए शर्म की बात है। उन्होंने अकेले ही अपने दम पर मुगल सल्तनत को चुनौती दी थी। बचपन में ही उन्होंने बीजापुर के शासक आदिल शाह के आगे सिर झुकाने को मना कर दिया था और उसके बाद आदिल शाह, अफजल खान, इनायत खान, शाहिस्ता खान, कलतल्फ खान को मारकर और औरंगजेब को नाकों चने चबवाकर हर-हर महादेव के जयकारे के साथ देश में हिंदवी स्वराज की स्थापना की। सुशील पुंडीर और प्रभाकर पंत और सतनाम ने कहा कि अपने जीवन काल में उन्होंने अनेक लड़ाइयां लड़ी। किसी भी महिला पर अत्याचार करने वाले के दोनों हाथ और दोनों पैर कटवा दिए।
इस अवसर पर प्रभाकर पंत, सुधांशु वत्स, विनोद गुप्ता, राजकुमार शर्मा, किशोर जुएल, अखिलेश, सतनाम सिंह, गौरव कुमार, सुशील पुंडीर, दिपेश भारद्वाज, अमनदीप सिंह, भूपेंदर सिंह, गौरव अरोड़ा, अनूप बंसल आदि मौजूद रहे।