हनुमान की लाई संजीवनी बूटी से जीवित हुए लक्ष्मण, राम सेना में छाई खुशी की लहर
देहरादून
श्री राम लीला कला समिति रामलीला बाजार देहरादून के तत्वावधान में आज मंचन में दिखाया गया कि हनुमान संजीवनी पर्वत से संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण को जीवित कर देते हैं। लक्ष्मण के जीवित होने के पश्चात पूरी राम सेना में खुशी की लहर फैल जाती है। इस अवसर पर भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया। इस अवसर पर युद्ध आगे बढ़ता है और इस बार रावण की सेना से कुंभकरण को युद्ध में भेजा जाता है कुंभकरण का युद्ध में भेजने से पहले ढोल नगाड़े आदि की सहायता से उठाया जाता है क्योंकि कुंभकरण को 6 महीने सोने और 6 महीने जागने का श्राप प्राप्त होता है। कुंभकरण को जब यह सूचना प्राप्त होती है कि भगवान श्री राम ने लंका के ऊपर आक्रमण कर दिया है तो वह भी युद्ध करने के लिए जाता है जहां भगवान श्रीराम द्वारा कुंभकरण का वध कर दिया जाता है। इस अवसर पर इसके पश्चात यह सूचना लंका पति के दरबार में पहुंचती है जहां पर रावण तिलमिला जाता है और अपने पुत्र मेघनाथ को युद्ध करने के लिए युद्ध मैदान में भेजता है परंतु भगवान राम और लक्ष्मण के द्वारा उसका भी वध कर दिया जाता है जिससे वह वीरगति को प्राप्त होता है। इस अवसर पर मेघनाथ की सूचना पाकर संपूर्ण लंका नगरी में शोक की लहर फैल जाती है रावण अपने पुत्र की मृत्यु की सूचना पाकर तिलमिला जाता है और रण युद्ध में आ जाता है जहां भगवान श्री राम द्वारा रावण का वध कर उसका उद्धार किया जाता है। जिसका बहुत ही सुंदर चित्रण आज की रामलीला में किया गया। इस अवसर पर श्री रामलीला कला समिति अपना 154 वर्ष इस वर्ष बना रही है। इस अवसर पर आज की रामलीला में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी श्याम सुंदर गोयल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना, राकेश महेंद्रु, सोम प्रकाश शर्मा, मनमोहन जायसवाल, हर्ष कुमार अग्रवाल, सतीश कश्यप, शोभित मांगलिक, तरुण शर्मा, दयाल चंद गुप्ता, वालेस गुप्ता, विक्की गोयल, मनोज कुमार, ललित मोहन शर्मा और हरीश चौहान आदि भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।