यूकेएसएसएससी के बिना मतलब के अध्यक्ष आर्थिक बोझः अभिनव थापर

देहरादून

काग्रेस नेता व सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर ने यूकेएसएसएससी के नवनियुक्त अध्यक्ष के विषय पर सोशल मीडिया में įश्नचिā उठाया है। उन्होंने युवाओं को ठोकर सेवानिवृŲा को मोटर की संज्ञा देते हुए कहा कि यूकेएसएसएससी के बिना मतलब के अध्यक्ष आर्थिक बोझ है। उन्होंने कहा कि युवाओं की बेरोजगारी बढ़ाने की ओर कदम सरकार में वर्तमान में लाखों कर्मचारी कार्यरत हैं किंतु चुना अध्यक्ष एक 63 साल का रिटायर्ड अधिकारी, क्यों और क्या सरकार को एक भी अधिकारी लायक नहीं लगा कि हमारे युवा रोजगार के लिये दर-दर की ठोकरें खा रहे है और सरकारी नौकरियों को लाखों में बेचा जा रहा है। įाइवेट में 70 प्रतिशत स्थानीय आरक्षण की अनदेखी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस उŲाराखंड के युवा जाएं तो जाएं कहाĄ, यह एक विचारणीय प्रश्न है। उल्लेखनीय है कि अभिनव थापर की įाइवेट नौकरियों में 70 प्रतिशत स्थानीय आरक्षण के क्रियान्वयन पर हाईकोर्ट नैनीताल में जनहित याचिका पर सरकार को जवाब तलब किया गया है। इस दौरान इस विषय पर अभिनव थापर ने कहा कि उŲाराखंड राज्य पर įत्येक वर्ष ऋण का बोझ बढ़ रहा है। 31 मार्च 2022 को ऋण देनदारी बढ़कर 78764 करोड़ रुपये हो चुकी है। चालू विŲाीय वर्ष 2022-23 की समाप्ति तक यह एक लाख करोड़ को पार कर जाएगी। और ऐसी विŲिाय स्थिति में यूकेएसएसएससी के नए सेवानिवृŲा अčयक्ष पर įतिमाह लाखों रुपये का सरकारी खर्चे होंगे। उन्होंने कहा िक युवाओं के लिये नौकरी नहीं है और सेवानिवृŲा को जनता के पैसे की मलाई मिले, यह न्यायसंगत नहीं है। अच्छा होता सरकार इस आयोग के लिये कोई भी कार्यरत अधिकारी की नियुक्ति करते, जिससे उŲाराखंड के राजकोष पर अधिक बोझ से बचा जा सकता था।

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