लोक सेवा आयोग के बाहर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

हरिद्वार

जेई और एई परीक्षा की जांच के आदेश होने के बाद अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को लोक सेवा आयोग के बाहर धरना दिया। छह सूत्रीय मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने अपनी बातें रखी। अभ्यर्थियों ने मांग करते हुए कहा कि यदि परीक्षा में विसंगति मिलती है तो पूरी परीक्षा को निरस्त न किया जाए। अभ्यर्थियों ने कहा कि उत्तराखंड सम्मिलित राज्य कनिष्ठ अभियंता सेवा परीक्षा 2021 की लिखित परीक्षा दिनांक 7 मई से 10 मई, 2022 को संपन्न थी और 31 अगस्त 2022 को साक्षात्कार के लिए परिणाम भी जारी हुआ। जिसमें साक्षात्कार किया जाना प्रस्तावित है। अब जांच के आदेश होने के बाद अभ्यर्थियों का कहना है कि सात साल बाद बच्चों को मौका मिला है। भर्ती के लिए लंबा इंतजार किया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी अप्रिय कारणों से परीक्षा को निरस्त किया जाता तो अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटक जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि जांच के दौरान कोई भी विसंगति पाई जाती है तो परीक्षा निरस्त न की जाए, बल्कि ऐसे अभ्यर्थी, जो अनुचित साधनों का प्रयोग कर इस परीक्षा को उत्तीर्ण होना चाहते हैं उनको चिन्हि्त किया जाए, ताकि मेहनती छात्र-छात्राओं के साथ किसी भी तरह का अन्याय न हो। उन्होंने कहा कि जांच को एक सप्ताह में पूर्व कराकर साक्षात्कार की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू की जाए। कहा कि कुछ छात्रों का समूह निजी स्वार्थवश भी इस परीक्षा को निरस्त कराने के लिए प्रयासरत है। मांग करते हुए कहा कि परीक्षा के परिणाम के साथ-साथ प्रतीक्षा सूची भी जारी की जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *