अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए भेजे गए 3 आतंकी ढेर, पाकिस्तान निर्मित दवाएं व हथियार बरामद
श्रीनगर
पाकिस्तान की ओर से अमरनाथ यात्रा में हमले के लिए भेजे गए लश्कर ए ताइबा के दो पाकिस्तानी समेत तीन आतंकियों को पुलिस ने बीती देर रात मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए आतंकियों से दो एके 47 राइफल, मैट्रिक्स शीट, वाई एसएमएस डिवाइस, पाकिस्तान निर्मित दवाएं तथा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई हैं।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि दस्तावेजों और अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान पाकिस्तान के फैसलाबाद निवासी अब्दुल्ला गौरी के रूप में हुई है।
उन्होंने कहा, श्रीनगर के बेमिना इलाके में एक मुठभेड़ में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर के दो आतंकवादियों को श्रीनगर पुलिस ने मार गिराया है। पाकिस्तान स्थित आकाओं ने पहलगाम अनंतनाग के एक स्थानीय आतंकवादी आदिल हुसैन मीर के साथ लश्कर के दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को भेजा था, जो 2018 से पाकिस्तान में है। अब तीनों मारे गए हैं, जिन्हें यात्रा पर हमला करने के इरादे से भेजा गया था।
कार्रवाई ऐसे समय में हुई है, जब 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इससे पहले, सोमवार को, जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने वार्षिक तीर्थयात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया था।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा, आधार प्रमाणीकरण के लिए सुशासन (सामाजिक कल्याण, नवाचार, ज्ञान) नियम 2020 के नियम 5 के अनुसरण में, केंद्र सरकार के पूर्व अनुमोदन से जम्मू और कश्मीर सरकार एतद्द्वारा अधिसूचित करती है कि श्री अमरनाथजी तीर्थ की तीर्थयात्रा करने के इच्छुक तीर्थयात्री आधार या आधिकारिक राजपत्र में इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से स्वैच्छिक आधार प्रमाणीकरण से गुजरना होगा।
आईजीपी कुमार ने आगे कहा कि 2022 में अब तक जम्मू-कश्मीर में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। इन 100 निष्प्रभावी आतंकवादियों में से 71 स्थानीय आतंकवादी और 29 विदेशी आतंकवादी हैं। अधिकतम आतंकवादी (63) लश्कर के हैं, जबकि 24 जैश-ए-मोहम्मद के हैं।