बिजली बिल बढ़ने से किसानों की परेशानी बढ़ी
रुडकी
भारतीय किसान क्लब अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह ने कहा कि लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं। भूजल स्तर नीचे जाने से नलकूपों से पानी भी कम मात्रा में आना शुरू हो गया है। सरकार को किसानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। राज्य सरकार को किसानों के निजी नलकूपों के बिल माफ करने चाहिए।
चौ. कटार सिंह ने गांव साबतवाली में किसानों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि इस समय किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। किसानों के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल और पशुओं के लिए हरे चारे को सही सलामत रखने के लिए रात दिन निजी नलकूप से सिंचाई करनी पड़ रही है। नलकूप से सिंचाई महंगा साबित हो रही है। बिजली बिल बढ़ने के साथ-साथ किसानों की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। लंबे समय से बारिश नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ी है। इस समय किसानों ने धान की रोपाई करने के लिए खेतों की तैयारी करनी शुरू कर दी है। धान की अगेती पौध तैयार होने से कुछ किसानों द्वारा खेतों में नलकूप के पानी के भरोसे ही धान की रोपाई करना शुरू कर दिया है। महंगा पानी और खाद के साथ-साथ मजदूरी महंगी होने से फसल की लागत बढ़ती जा रही है। फसल की लागत बढ़ने से किसानों को फसल पैदा करना मुश्किल भरा काम हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जून में अच्छी बारिश हो जाती थी। लेकिन इस बार बारिश न होने से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार को किसानों को राहत देते हुए निजी नलकूपों के बिजली बिल माफ करने चाहिए।