रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने पर पूर्व चेयरमैन खफा
रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने पर पूर्व चेयरमैन ने नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि बीते 30 सालों से वार्ड नं तीन में रहने वाले लोग पालिका को टैक्स देते आए हैं। इस तरह से उन्हें बेघर करना उचित नहीं है। पूर्व चेयरमैन हर्षवर्धन रावत ने एसडीएम हिमांशु कफल्टिया को ज्ञापन सौंपकर कहा कि रेलवे भूमि से हटाए लोग बिजली कनेक्शन, परिवार रजिस्टर, राशन कार्ड, वोटर आदि के साथ राजनीतिक, सामाजिक और व्यवसायिक तौर पर वार्ड नं तीन के निवासी हैं। उन्होंने रेलवे विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि कच्चे मकानों पर बुलडोजर चलाकर उनकी संपत्ति के साथ-साथ उन्हें भी चोटिल किया गया है। कहा कि रेलवे की तरफ से उन्हें किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। ज्ञापन देने वालों में शुभम राज, हरीश शर्मा, गौतम शर्मा, नसीम जब्बार अली, गुलाब शंकर आदि रहे।
लोगों की मांग:
– अतिक्रमण की कार्रवाई की तह तक जाकर जांच कर दोषी रेलवे अधिकारियों पर कार्रवाई।
– बेघर हुए लोगों को उचित मुआवजा मिले, नुकसान की भरपाई हो
– नगरपालिका परिषद, तहसील कर्मियों और रेलवे के मध्य की गई संयुक्त जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए।
– रेलवे ने अपनी भूमि पर लगाई दीवार और खंबे को सार्वजनिक करें।
– कमेटी बनने पर किसी एक वार्ड वासी को भी इसमें शामिल किया जाए।