अवैध रूप से निर्माण व कब्जे कराये जाने के विरोध में एमडीडीए कार्यालय का घेराव

देहरादून

नगर क्षेत्र की भूमि पर एमडीडीए द्वारा अवैध रूप से निर्माण व कब्जे कराये जाने के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल देहरादून महानगर अध्यक्ष विजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के कार्यालय ट्रांसपोर्ट नगर का घेराव किया। इस अवसर पर प्रदर्शन में महानगर अध्यक्ष विजेंद्र रावत द्वारा कहा गया कि देहरादून नगर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से समय-समय पर जनता द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा नगर क्षेत्र की भूमि पर अवैध कब्जे कराएं जा रहे हैं, साथ ही साथ मानकों के अनुरूप नक्शे न पास करके अवैध रूप से प्लाटिंग के नक्शे पास किए जा रहे हैं, वहीं वन भूमि के समीप तमाम प्लॉटिंग जारी हैं। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुका है तथा जनता की शिकायतों की अनदेखी करते हुए अपनी मनमानी कर रहा है। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की अदूरदर्शिता के चलते देहरादून के हालात खराब हो गए हैं स देहरादून की सड़कें चलने लायक नहीं बची हैं।कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि सड़कें, गलियां संकरी हो गई हैं स निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर किए गए कार्य का भौतिक निरीक्षण किया जाए तो उनकी स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। उन्होंने कहा कि पार्को के सौंदर्यीकरण के नाम पर धन की बंदरबांट की जा रही है और पार्कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने बहुत ही अनिवार्य हो गए है। इस अवसर पर दल की कार्यकारी जिलाध्यक्ष किरन रावत कश्यप एडवोकेट ने कहा कि यहां के अभियंताओं ने भ्रष्टाचार कर अकूत संपत्ति जमा कर ली है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जांच एजेंसियों द्वारा इन अभियंताओं की संपत्ति की जांच की जानी अत्यंत आवश्यक है। सभी अधिकारियों द्वारा संपत्ति की घोषणा के शपथ पत्र जो कर्मचारी आचार संहिता का हिस्सा है जमा कराए जाने चाहिए और अधिक संपत्ति पाए जाने पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा, अभियोग चलाया जाना चाहिए। इस अवसर पर केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि देहरादून और इसके आस पास के क्षेत्रों में विगत कुछ सालों में बेतहाशा अनियमित निर्माण हो रहे हैं। जिनमें गुच्छुपानी, पुरकुल, सहस्त्रधारा, शिमला बाईपास, मसूरी रोड, मालदेवता आदि क्षेत्र में कई रिजॉर्ट, होटल, व्यवसायिक इमारत, कॉलोनी या अन्य तरह के निर्माण है। जिनके नक्शे पास नहीं हैं और न ही वह निर्माण नीति नियमानुसार बने हैं। उन्होंने कहा कि यह भी देखने में आया है कि प्राधिकरण द्वारा अनियमित बने ऐसे निर्माण पर यदि कोई चालान जारी किये गए हैं तो उनमें समय व नियमानुसार कार्यवाही आज तक नहीं हुई है। इस अवसर पर अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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