राज्य का छात्र समुदाय जोशीमठ शहर की हालिया स्थिति से बेहद व्यथितः एसएफआई

देहरादून

स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की उत्तराखंड राज्य कमेटी और राज्य का पूरा छात्र समुदाय चमोली जिले के जोशीमठ शहर की हालिया स्थिति से बहुत व्यथित है जोशीमठ शहेत भूमि धंसाव के कारण धीरे-धीरे ढह रहा है जिस कारण शहर की पूरी आबादी और उसका भविष्य संकट में है। सर्दियों की बारिश से पूर्व ही प्रभावित लोगों का पुनर्वास किया जाये। यहां एसएफआई के राज्य अध्यक्ष नितिन मलेठा ने कहा है कि लंबे वक्त से आंदोलनरत रही जोशीमठ की आम जनता की मांगों के प्रति राज्य सरकार संवेदनहीन रही है। पर्यावरण को हानि और विनाश की चेतावनी के बावजूद जोशीमठ शहर के नीचे बिजली परियोजना में टनल निर्माण और अन्य अनियंत्रित विकास लगातार चलता रहा जिसके कारण आज शहर तेजी से धंस रहा है, चार धाम सड़क परियोजना के लिए भी जोशीमठ शहर की जड़ को लगातार काट जाता रहा है। सरकार का इस प्रकार का संवेदनहीन अंधा विकास आज पूरा शहर ढहाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भू वैज्ञानिकों का कहना है कि जोशीमठ शहर अब बच नहीं सकता, इसलिए इस स्थिति का एक ही उपचार है कि जान-माल के नुकसान को कम से कम किया जाए और शहर के हर एक व्यक्ति को बेहतरीन पुनर्वास उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि भू धंसाव के कारण जोशीमठ के अधिकांश घरों में दरारें दिख रहीं है और किसी भी प्राकृतिक घटना या दुर्घटना जैसे कि अतिवृष्टि या हल्के भूकम्प से भी पूरा का पूरा शहर ढह सकता है। इतना अस्थिर अब इस शहर का आधार रह गया है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ एक ऐसा स्थल है जिसका धार्मिक, आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, सामरिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने कहा कि यह स्थान पूर्व में गढवाल की राजधानी रहा है, यह भोटिया जनजाति और गढ़वाल के उच्च हिमालयी क्षेत्र के लोगों का महत्वपूर्ण संस्कृतिक एवं व्यापारिक केंद्र है। यह सामरिक दृष्टि से इतना महत्वपूर्ण है कि यहाँ पर तिब्बत बॉर्डर के नजदीक मौजूद सबसे बड़ा सैन्य अड्डा स्थापित है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की जनता बिजली परियोजनाओं और अनियंत्रित विकास से भू धंसाव और बादल फटने जैसी आपदाओं के रूप में भारी कीमत पहले से चुकाती आ रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने बड़े लंबे वक्त से जोशीमठ की जनता की अंधा विकास रोकने की मांगों को अनसुना किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जोशीमठ के 5000 परिवारों का भविष्य अधर में है ऐसे में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की उत्तराखंड राज्य कमेटी सरकार से युद्ध स्तर पर एक बेहतरीन और सुनियोजित पुनर्वास कार्य करने की माँग करती है। क्योंकि आने वाले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और बर्फबारी पूरे प्रदेश में होगी जिससे जोशीमठ के अस्थिर आधार और तेजी से धँसेगा और जान माल का भारी नुकसान होगा।

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