बैनामा पर किसी और कि फोटो लगा लाखों की ठगी
रायबरेली
तहसील क्षेत्र में जालसाजो का गिरोह इस प्रकार सक्रिय है कि जमीन किसी की भी हो यह जालसाज फर्जी फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड बनवा कर जमीन बेच देते हैं। बैनामा रजिस्ट्री हो जाता है। असली भूमिस्वामी को पता नहीं चलता और जब प्रकरण भुक्तभोगी की जानकारी में आता है और वह मामले की शिकायत उठाता है तो दर्जनों बार दौडऩे के बाद भी उसकी प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की जाती। ऐसा ही एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है।
जनपद लखनऊ के थाना मोहनलालगंज के गौरा गांव की रहने वाली चंद्रावती पत्नी दशरथ ने शिकायती पत्र देकर बताया कि जहांगीराबाद गांव में भूमि गाटा संख्या 845 रकबा 1.864 हेक्टेयर में से 1.265 उसने बैनामा के जरिए सुखदेव पुत्र संतदेव व संतदेव पुत्र छेदा ब-हैसियत संरक्षक पिता बुद्धदेव से 22 दिसंबर 2017 को 32 लाख 50 हजार रुपए में खरीदा था, और राजस्व अभिलेखों में इसकी दाखिल खारिज भी उसके नाम हो गई थी। परंतु विगत 4 अप्रैल 2022 को गांव में लोगों द्वारा उसे बताया गया कि उसकी जमीन बिक गई है। यह सुनकर पीडि़ता तहसील आई तो पता चला कि वास्तव में उसकी जमीन का बैनामा किसी फर्जी महिला को खड़ा करके लखनऊ जनपद के ही मोहनलालगंज तहसील के गांव कंजेहरा हसनपुर खेवली की रहने वाली रूप रानी पत्नी राजेंद्र कुमार के नाम कर दिया गया है। बैनामे में परशुराम पुत्र मातादीन निवासी बबुरिहा का पुरवा मजरे बंकगढ़ थाना शिवगढ़ के अलावा राजेंद्र कुमार पुत्र छन्नू निवासी कंजेहरा हसनपुर खेवली थाना मोहनलालगंज लखनऊ गवाह भी है।
यह जानकारी आने के बाद भुक्तभोगी चंद्रावती के होश उड़ गए और वह तब से लगातार धोखाधड़ी के इस मामले में प्राथमिकी लिखाने के लिए तहसील और कोतवाली के चक्कर काट रही है, लेकिन आज तक उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई है। भुक्तभोगी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से गुहार लगाई है कि, उसके मामले में संज्ञान लिया जाए तथा फर्जी तरीके से कराए गए बैनामें के मामले की रिपोर्ट लिखा कर दोषियों को जेल भेजा जाए तथा फर्जी हुआ बैनामा निरस्त कराया जाए।