बेटे की मौत के लिए ठहराया युवती और उसके परिजनों को जिम्मेदार
विकासनगर
कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत एक युवक की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। युवक की मां ने बेटे की आत्महत्या के लिए एक युवती और उसके परिजनों को जिम्मेदार ठहराया है। महिला का आरोप है कि युवती उनके बेटे को दो वर्ष से लगातार ब्लैकमेल कर दस लाख रुपये की मांग कर रही थी। कौशल्या देवी पत्नी महिपाल सिंह निवासी गोकुलवाला पृथ्वीपुर ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके बेटा सचिन (22) कार ड्राइविंग का काम करता था। बताया कि पिछले दो वर्ष से सचिन गुमसुम रहने लगा था। 18 मई सायं छह बजे सचनि घर में अपने कमरे में रो रहा था।महिला का कहना है कि पूछने पर सचिन ने काफी दबाव के बाद बताया कि वह पिछले चार वर्ष से लांघा क्षेत्र की एक युवती से प्यार करता है। आरोप लगाया कि पिछले दो वर्ष से युवती सचिन को डराकर रुपये की मांग कर रही थी।आरोप है कि रुपये नहीं देने पर दुराचार के केस में फंसाने की धमकी दी गई। बताया कि दो वर्ष तक सचिन ने जो कुछ कमाया उस पैसे को युवती को दिया। आरोप है कि बाद में युवती ने सचिन से दस लाख रुपये की मांग की । कौशल्या देवी ने बताया कि युवती ने सचिन को फोन किया जिसके बाद से सचिन घबराया हुआ था। सचिन शाम को घर से कार लेकर कहीं निकल गया। करीब आठ बजे सायं सचिन ने अपने भाई केशव को फोन कर डाकपत्थर तिराहे पर होने की जानकारी दी। बताया कि युवती के परेशान करने पर उसने जहर खा लिया है। जिसके बाद सचिन का भाई अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचा और भाई को लेहमन अस्पताल पहुंचाया। जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने सचिन को जौलीग्रांट अस्पताल रेफर कर दिया। बताया कि 19 मई को उपचार के दौरान बेटे सचिन की मौत हो गयी। कौशल्या देवी ने कहा कि बेटे की आत्महत्या के लिए युवती, उसके पिता, बहन और बहनोई जिम्मेदार हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाय। इस मामले में कोतवाल रविंद्र शाह का कहना है कि मामले की जांच कर छानबीन की जा रही है।