पॉलीटेक्निक संस्थानों के कोटिकरण में तब्दीली मोर्चा की जीत: नेगी
विकासनगर
जन संघर्ष मोर्चा ने दावा किया कि प्रदेश में पॉलीटेक्निक संस्थानों के कोटिकरण में की गई गड़बड़ियों को ठीक कर दिया गया है। उन्होंने इसे जन संघर्ष मोर्चा की जीत बताते हुए प्रदेश भर पॉलीटेक्निक संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को न्याय मिलना करार देने की बात कही।
बुधवार को अस्पताल रोड स्थित कैंप कार्यालय में मीडिया से वार्ता करते हुए मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने बताया कि कोटिकरण के तहत की गई गड़बड़ियों को लेकर उन्होंने कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ी। पॉलीटेक्निक संस्थानों और प्राविधिक शिक्षा निदेशालय के कर्मियों के वार्षिक स्थानांतरण नीति के तहत सुगम, दुर्गम क्षेत्रों में भारी फेरबदल किया गया। राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थान श्रीनगर और प्राविधिक शिक्षा निदेशालय श्रीनगर को दुर्गम की श्रेणी में रखा गया। जबकि सुविधाओं के लिहाज से श्रीनगर शहर गढ़वाल का सबसे अधिक सुविधा संपन्न शहर है। केंद्रीय विश्व विद्यालय, मेडिकल कॉलेज समेत अन्य सभी सुविधाएं श्रीनगर में उपलब्ध हैं। लेकिन अपने चहेते कर्मियों के दूरस्थ क्षेत्रों में होने वाले तबादलों को रोकने के लिए कोटिकरण में अनियमितता बरती गईं थीं। कहा कि इस मामले शासन का दरवाजा खटखटाने के बाद अब निदेशक प्राविधिक शिक्षा ने कोटिकरण की 2018 की स्थिति को लागू कर दिया गया है। जिससे इसमें की गई अनियमितताएं समाप्त हो गई हैं। उन्होंने कहा कि आम कर्मचारी के हित के लिए लड़ी गई लड़ाई में जन संघर्ष मोर्चा को बड़ी जीत मिली है। इस दौरान विजय राम शर्मा, सत्येंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।