महागठबंधन में विवाद पैदा करने में जुटे भाजपा नेता
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद भाजपा नेता सबसे ज्यादा परेशान और आशान्वित हैं। भाजपा नेताओं का मानना है, फूट डालो और राज करो, सबसे मुफीद फार्मूला है। जदयू, कांग्रेस और राजद में फूट डालने के लिए भाजपा नेताओं ने कमर कस ली है। उपेंद्र कुशवाहा को मंत्री नहीं बनाया गया है। भाजपा उन्हें अवसर के रूप में देख रही है। कांग्रेस कोटे से दो मंत्री, एक दलित और एक मुस्लिम है। भाजपा के नेता कांग्रेस में फूट डालने के लिए ब्राह्मण और पिछड़े का कार्ड,कांग्रेसी विधायकों के बीच खेलना शुरू कर दिया है। राजग में भी फूट डालने के लिए यादवों ओर गेर यादवों के बीच संघर्ष कराने नाराज विधायकों की आग में घी डालने का काम भाजपा नेताओं ने करना शुरू कर दिया है। विधायकों को तोड़ने की कोशिश में भाजपा के नेता लग गए हैं। रही सही कसर गोदी मीडिया के कंधों पर डाल दी गई है। छोटे-छोटे मामलो में बड़ी बड़ी डिबेट महागठबंधन की सरकार को घेरने की जिम्मेदारी गोदी मीडिया के कंधों पर डाल दी है। गोदी मीडिया के तमाम पत्रकार और एंकर बिहार की महागठबंधन सरकार पर निशाना साध रहे हैं। बिहार की राजनीति में भाजपा नेता लोकसभा चुनाव के पूर्व महागठबंधन में फूट डालकर तोड़ने की कोशिश में जुट गए है।