अल्मोड़ा के शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया विजय दिवस
देहरादून
भारत एवं पाकिस्तान के बीच दिसंबर 1971 में (पूर्वी पाकिस्तान बंगलादेश) लड़ाई लड़ी गई थी। भारतीय फौज ने 14 दिन के भीषण युद्ध के दौरान अपने अदम्य साहस एवं बलिदान से पाकिस्तानी फौज को पराजित किया था। इस लड़ाई में अल्मोड़ा के 25 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। भारतीय सेना के इस अदम्य साहस एवं वीरता की याद में पूरे देश में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाने का संकल्प लिया गया था। इसी उपलक्ष्य में आज विजय दिवस की 51वीं वर्षगॉठ का आयोजन शहीद स्मारक, छावनी क्षेत्र में बड़े धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर जनपद अल्मोड़ा के शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में मुख्य अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय, अपर जिलाधिकारी सीएस मार्तोलिया, गैरीसन अल्मोड़ा के सैन्य अधिकारी सूबेदार मेजर देवी सिंह ने शहीद स्मारक में शहीदांे को पुष्पचक्र व श्रद्धासुमन अर्पित किये। गैरीसन अल्मोड़ा के सैन्य टुकड़ी के जवानों द्वारा शहीदों को सलामी दी गयी। इसके उपरान्त शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर समारोह में मुख्य अतिथि प्रकाश चन्द्र जोशी द्वारा वीर नारियों एवं वीर सेनानीयों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि जिस तरह से सर्दी एवं गर्मी तथा सभी विषम परिस्थितियों की परवाह किए बिना सेना के जवान हम सबको सुरक्षित रखते हैं, उससे हम सभी को सीख लेनी चाहिए तथा देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। इस अवसर पर जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।