ईगास 2022 के नाम से अपनी लोक संस्कृति व त्यौहार ईगास को मनाये जाने का लिया निर्णय
देहरादून
राठ जन विकास समिति उत्तराखंड के तत्वावधान में चार नवम्बर को दून विश्वविद्यालय के खेल मैदान में सांय छह बजे से ईगास 2022 के नाम से अपनी लोक संस्कृति व त्यौहार ईगास को मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। आज परेड ग्राउंड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए समिति के अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी ने कहा है कि परम्परागत वाद्य यन्त्रों को भी राठ की मिट्टी से मंगाये गये है। उन्होंने कहा कि ईगास कार्यक्रम में भैला पूजन, भैला खेल, देव पूजन, पाण्डव नृत्य, गैड खेल, राठ की 50 महिलाओं द्वारा चौफला नृत्य, उड्या नृत्य के साथ प्रसाद के रूप में स्वाला वितरण कार्यक्रम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि दून के दून विश्वविद्यालय के खेल मैदान में एक भव्य कार्यक्रम चार नवम्बर को आयोजित किया जायेगा जिसमें लगभग 500 से 600 परिवारों के सम्मिलित होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है खासकर उत्तराखण्ड के परीपेक्ष्य में कि हर व्यक्ति अपनी संस्कृति व लोक परम्पराओं को आगे बढायें जिससे आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति पर गर्व हो। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुभाग्य की बात है कि जैसे जैसे हम विकसित समाज की और अग्रसर हो रहे हैं वैसे वैसे कुछ क्षेत्रों में लोग अपनी संस्कृति से विमुख होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में जिन संस्कृतियों ने आधुनिकता के साथ अपनी संस्कृति पर गर्व किया उनका खूब विस्तार हुआ और जिन लोगों ने अपनी संस्कृति को विस्मृत किया वो समाज धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खोते गये। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग को देखते हुये रात जनविकास समिति की तरह अन्य संस्थाओं को भी इसी प्रकार अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिये कार्य करना पड़ेगा जिसमें बहुत सी संस्थायें कर भी रही हैं और नई पीड़ी तक दिल तक जो भी माध्यम हो अपनी संस्कृति, लोक परम्पराओं पहुचानें उन पर गर्व करने के लिये कारण बताने होंगे। इस अवसर पर समिति के अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।